Kishore Kumar - Zindagi Aa Raha Hoon Main

लिए सपने निगाहों में
चला हूँ तेरी राहों में
लिए सपने निगाहों में
चला हूँ तेरी राहों में
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं

कई यादों के चेहरे हैं, कई किस्से पुराने हैं
तेरी सौ दास्तानें हैं, तेरे कितने फसाने हैं
कई यादों के चेहरे हैं, कई किस्से पुराने हैं
तेरी सौ दास्तानें हैं, तेरे कितने फसाने हैं
मगर इक वो कहानी है, जो अब मुझको सुनानी है
मगर इक वो कहानी है, जो अब मुझको सुनानी है
ज़िंदगी आ रहा हूँ मैं
ज़िंदगी आ रहा हूँ मैं

मेरे हाथों की गर्मी से, पिघल जाएँगी ज़ंजीरें
मेरे कदमों की आहट से, बदल जाएँगी तक़दीरें
मेरे हाथों की गर्मी से, पिघल जाएँगी ज़ंजीरें
मेरे कदमों की आहट से, बदल जाएँगी तक़दीरें
उम्मीदों के दीये ले कर, ये सब तेरे लिए ले कर
उम्मीदों के दीये ले कर, ये सब तेरे लिए ले कर
ज़िंदगी आ रहा हूँ मैं
ज़िंदगी आ रहा हूँ मैं

कभी तुझको गिला मुझसे, कभी मुझको शिकायत है
मगर फिर भी तुझे मेरी, मुझे तेरी ज़रूरत है
कभी तुझको गिला मुझसे, कभी मुझको शिकायत है
मगर फिर भी तुझे मेरी, मुझे तेरी ज़रूरत है
मैं ये इक़रार करता हूँ, मैं तुझसे प्यार करता हूँ
मैं ये इक़रार करता हूँ, मैं तुझसे प्यार करता हूँ
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं..
ज़िन्दगी आ रहा हूँ मैं...
ल ल ल ला लाल ला ला ला लाल ला ला ला
ल ल ल ला लाल ला ला ला लाल ला ला ला

Written by:
HRIDAYNATH MANGESHKAR, JAVED AKHTAR

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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