D.K. Verma - Madhuban Khushboo Deta Hai

मधुबन खुशबू देता है
सागर सावन देता है
जीना उसका जीना है
जो औरों को जीवन देता है
मधुबन खुशबू देता है

सूरज ना बन पाये तो
बनके दीपक जलता चल
सूरज ना बन पाये तो
बनके दीपक जलता चल
फुल मिले या अंगारे
सच की राहों पे चलता चल
सच की राहों पे चलता चल
प्यार दिलों को देता है
अश्को को दामन देता है
जीना उसका जीना है
जो औरों को जीवन देता है
मधुबन खुशबू देता है
सागर सावन देता है
मधुबन खुशबू देता है

चलती है लहराके पवन
के साँस सभी की चलती रहे
चलती है लहराके पवन
के साँस सभी की चलती रहे
लोगो ने त्याग दिए जीवन
के प्रीत दिलो में पलती रहे
के प्रीत दिलो में पलती रहे
दिल वो दिल है जो
ओरो को अपनी धड़कन देता है
जीना उसका जीना है
जो औरों को जीवन देता है
मधुबन खुशबू देता है
सागर जीवन देता है
मधुबन खुशबू देता है


Written by:
INDEEWAR, USHA KHANNA

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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D.K. Verma

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