Asha Bhosle - Sajna Hai Mujhe Sajna Ke Liye
ललललला हम्म्म
लललललला हम्म्म
सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए
ज़रा उलझी लटें संवार दूं
हर अंग का रंग निखार लून
के सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए
पानी पड़े तन पे तो शोले निकले
जाने कैसे आँगन में बदन जल
पानी पड़े तन पे तो शोले निकले
जाने कैसे आँगन में बदन जल
दिन भर की थकान उतार लूँ
हर अंग का रंग निखार लून
के सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए
अंग अंग धो लूँ ज़रा मल मल के
फूल सी महक उठूं मैं खिल के
अंग अंग धो लूँ ज़रा मल मल के
फूल सी महक उठूं मैं खिल के
तितली से पंख उधार लूँ
हर अंग का रंग निखार लून
के सजना है मुझे सजना के लिए
सजना है मुझे सजना के लिए
सज धज के मैं ज़रा बन ठन के
बाण चलाउंगी नैनं के
सज धज के मैं ज़रा बन ठन के
बाण चलाउंगी नैनं के
आइना ज़रा निहार लूं
खुद अपनी नज़र उतार लूँ
के मैं तो सज गयी रे सजना के लिए
मैं तो सज गयी रे सजना के लिए
मैं तो सज गयी रे सजना के लिए
Written by:
Ravindra Jain
Publisher:
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