Devaki Pandit - Daayi Ankh Bole

दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी

देख देख राहें नैना थकने लगे हैं
देख देख राहें नैना थकने लगे हैं
पिया किस देश जा के बसने लगे हैं
पिया किस देश जा के बसने लगे हैं
दाई आँख रोए कभी बाई आँख रोए
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी

एक आश डूबे मन की एक आश लागे
एक आश डूबे मन की एक आश लागे
जागी-जागी सोए बिरहन सोई-सोई जागे
जागी-जागी सोए बिरहन सोई-सोई जागे
दाई ओर डोले कभी बाई ओर डोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी बाई आँख बोले
कित्ती बार ये किवाड़े भिड़े कभी खोले
दाई आँख बोले कभी

Written by:
Anand-Milind, Gulzar

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Devaki Pandit

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