Gulshan Jhankar Studio and Asha Bhosle - Yeh Zindagi Jo Thi Ab Tak Teri [Jhankar Beats]

वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
चली है आज भटकने उदास राहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

तमाम उम्र के रिश्ते घड़ी में ख़ाक़ हुए
तमाम उम्र के रिश्ते घड़ी में ख़ाक़ हुए
न हम हैं दिल में किसी के न हैं निगाहों में
न हम हैं दिल में किसी के न हैं निगाहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

ये आज जान लिया अपनी कमनसीबी ने
ये आज जान लिया अपनी कमनसीबी ने
कि बेग़ुनाही भी शामिल हुई ग़ुनाहों में
कि बेग़ुनाही भी शामिल हुई ग़ुनाहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में

किसी को अपनी ज़रूरत न हो तो क्या कीजे
किसी को अपनी ज़रूरत न हो तो क्या कीजे
निकल पड़े हैं सिमटने क़ज़ा की बाँहों में
निकल पड़े हैं सिमटने क़ज़ा की बाँहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तेरी पनाहों में
चली है आज भटकने उदास राहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक तेरी पनाहों में
वो ज़िन्दगी जो थी अब तक

Written by:
RAVI, SAHIR LUDHIANVI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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