Kumar Sanu and Preeti Singh - Vadon Ki Shyam
वादों की सुहानी शाम हैं
होठों पे तुम्हारा नाम हैं
ओ मेरे सनम चाहत की कसम
चाहूँ तुम्हें इसके सिवा
और क्या काम है
वादों की सुहानी शाम हैं
होठों पे तुम्हारा नाम हैं
ओ मेरे सनम चाहत की कसम
चाहूँ तुम्हें इसके सिवा
और क्या काम है
मुश्किल से प्यार का हँसी
मौका हमें मिला
साँसों की प्यास कह रही
अधरों का रस पिला
हाँ मुश्किल से प्यार का हँसी
मौका हमें मिला
साँसों की प्यास कह रही
अधरों का रस पिला
बहका हैं समा
तनहा हम यहां
चाहूँ तुम्हें इसके सिवा और क्या काम है
हम दोनों बेक़रार हैं दिल बेख़याल है
मेरा जो हाल हैं वहीँ तेरा भी हाल हैं
हम दोनों बेक़रार हैं दिल बेख़याल है
मेरा जो हाल हैं वहीँ तेरा भी हाल हैं
मेरे हमनवा सब कुछ भूल जा
चाहूँ तुम्हें इसके सिवा
और क्या काम है
वादों की सुहानी शाम हैं
होठों पे तुम्हारा नाम हैं
ओ मेरे सनम चाहत की कसम
चाहूँ तुम्हें इसके सिवा
और क्या काम है
Written by:
RAJESH ROSHAN, SAMEER ANJAAN
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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