Vinod Rathod and Purnima - Maina Kunwari

मैना कुंवारी मेरी मैना
जाएगी कहां ठेंगा दिखाके

मैना कुंवारी मेरी मैना
जाएगी कहां ठेंगा दिखाके
चैना चुराके मेरा चैना
जाएगी कहां आशिक बना के
मैंने तो दिल का पिंजरा बनाया
तेरी मोहब्बत को इसमें बिठाया
नैना लड़के दिल जानी
जाएगी कहां नींदें उड़ाके
मैना कुंवारी मेरी मैना
जाएगी कहां ठेंगा दिखाके

तेरे लबों पे फूलों की लाली
तेरा बदन हैं चम्पा की डाली
चेहरे की रंगत कितनी नीरली
दिल तेरा क्यों चाहत से खाली
दिल तेरा क्यों चाहत से खाली
कांटा हूँ मैं कांटा
पैरों में तेरे घड़ जाऊंगी
नानी तुझे याद आ जाएगी
जो मैं तेरे पीछे पड़ जाऊंगी
तू मेरे ख्वाबों की कली हैं
जाएगी कहां कांटा चुभाके
तू मेरे ख्वाबों की कली हैं
जाएगी कहां कांटा चुभके
मैना कुंवारी मेरी मैना
जाएगी कहां ठेंगा दिखाके

रूठी हैं क्यों मेरी बाहों में आ रे
ऐसे रहेंगी कब तक कन्वारी
आया हूँ लेके मैं बंद बाजा
बनके दुल्हन मेरी दुनिया में आजा
बनके दुल्हन मेरी दुनिया में आजा
दुल्हें का नाम जानी
ऐसा सबक सिखा दूंगी
तू बजाएगा बंद क्या
मैं तो तेरा बैंड बजा दूंगी रे
रानी दीवानी मस्तानी
जाएगी कहां दूल्हा बनाके
रानी दीवानी मस्तानी
जाएगी कहां दूल्हा बनाके

चैना चुराके मेरा चैना
जाएगी कहां आशिक बना के
मैने तो दिल का पिंजरा बनाया
तेरी मोहब्बत को इसमें बिठाया
नैना लड़ाके दिल जानी
जाएगी कहां नींदें उड़ाके, हा हा
मैना कुंवारी मेरी मैना
जाएगी कहां ठेंगा दिखाके

Written by:
MILIND, SAMEER, ANAND ANAND

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Vinod Rathod and Purnima

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