Vinod Rathod and Arun Bakshi - Locha Labacha Chalega Nahi
लोचा लबाचा चलेगा नहीं चलेगा नहीं
गुंडा मवाली रहेगा नहीं रहेगा नहीं
हम यहीं रहेंगे ये अपना घर है
हमको न किसी के बाप का डर है
चल निकल तू पलटी खा ले शाने
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
लोचा लबाचा चलेगा नहीं चलेगा नहीं
गुंडा मवाली रहेगा नहीं रहेगा नहीं
हम यहीं रहेंगे ये अपना घर है
हमको न किसी के बाप का डर है
चल निकल तू पलटी खा ले शाने
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
रोटी गरीब की गरीब की
छिनी जो फिर कभी फिर कभी
रोटी गरीब की छिनी जो फिर कभी
हाथ तोड़ देंगे, पांव तोड़ देंगे
फिर भी जो न समझा
उसका सिर भी फोड़ देंगे
सबके अपने अपने देखो सपने हैं
मिलके आज हमें पूरे करने हैं
जीना है यहीं यहीं पे मरना है
करके हम रहेंगे जो भी करना है
चल निकल तू पलटी खा ले शाने शाने
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
बोला था थप्पड़ पे छुपी समझ को
मैंने गिना दिए बत्तीस उसको
अरे बिंदास हे तू नहीं जानता था
अरे वो तो बेचारा दिल मांगता था
बल्ले बल्ले सोनिये नी बल्ले बल्ले
मार सुट्टेया नी तेरी बल्ले बल्ले
ओये शावा शावा सोनिये नी बल्ले बल्ले
मार सुट्टेया नी सानू बल्ले बल्ले
लाल पीली बंकेट करे जो साला
कसम डोंगरी की मुंह करेंगे काला
चल निकल तू पलटी खा ले शाने शाने
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
लोचा लबाचा चलेगा नहीं चलेगा नहीं
गुंडा मवाली रहेगा नहीं रहेगा नहीं
हाँ हम यहीं रहेंगे ये अपना घर है
हमको न किसी के बाप का डर है
चल निकल तू पलटी खा ले हे शाने
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
ये बस्ती हमारी हस्ती है ये बस्ती
Written by:
MILIND SAGAR
Publisher:
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