Bappi Lahiri and Asha Bhosle - Ang Ang Mera Gaane Laga
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
कोई न समझे कोई न जाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
कोई न समझे कोई न जाने
सीने में भड़क़ी मिठी ज्वाला रे
आँखियों से छलका रस का प्याला रे
सीने में भड़क़ी मिठी ज्वाला रे
आँखियों से छलका रस का प्याला रे
गज़रा भी चाहे गज़रा भी मांगे
हाँ ये जवानी हुआ मतवाला रे
कोई न समझे कोई न जाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
कोई न समझे कोई न जाने
धड़कन ने छेड़ी कैसी शहनाई
मन को डसती है अब तो तन्हाई
धड़कन ने छेड़ी कैसी शहनाई
मन को डसती है अब तो तन्हाई
शीशे की तरह मोरा तन तड़पे
दर्पण की आगे जब लू अंगड़ाई
कोई न समझे कोई न जाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
कोई न समझे कोई न जाने
लेहरो का साज हे अलग प्रतीत हे
में कहूं जादू हे दिल कहे प्रीत हे
लेहरो का साज हे अलग प्रतीत हे
में कहूं जादू हे दिल कहे प्रीत हे
मौसम भी बदला जीवन भी बदला
कल जो था दुश्मन आज मनमीत हे
कोई न समझे कोई न जाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
अंग अंग मेरा गाने लगा दिल के फसाने
कोई न समझे कोई न जाने
कोई न समझे कोई न जाने
कोई न समझे कोई न जाने
कोई न समझे कोई न जाने
Written by:
BAPPI LAHIRI, KULWANT JANI
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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