Tripti Shakya - Bhor Bhayi Din Chadh Gaya

भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जयकार मंदिर विच
आरती जय जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जयकार मंदिर विच
आरती जय जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय जय माँ

काहे दी मैया तेरी आरती बनावां
काहे दी मैया तेरी आरती बनावां
काहे दी पावां विच बाती मंदिर विच
आरती जय जय माँ
मुड़िया कोई न खाली आरती जय जय माँ
सर्व सोने दी तेरी आरती बनावां
सर्व सोने दी तेरी आरती बनावां
अगर कपूर पावां बाती मंदिर विच
आरती जय जय माँ
तेरा जाग सवाली आरती जय जय माँ
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया
कौन जागेगा सारी रात मंदिर विच
आरती जय माँ
सचियाँ ज्योतां वाली आरती जय माँ
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी मैया
सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे
ज्योत जागेगी सारी रात मंदिर विच
आरती जय माँ
सचियाँ ज्योतां वाली आरती जय माँ
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा
जिस तेरा भवन बनाया मंदिर विच
आरती जय माँ
उच्चीयां मंदिरा वाली आरती जय जय माँ
सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे
जो ध्यावे सो यो फल पावे
रख बाणे दी लाज मंदिर विच
आरती जय माँ
हे दरबारा वाली आरती जय जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जयकार मंदिर में
आरती जय जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे
हो रही जय जयकार मंदिर में
आरती जय जय माँ
हे पहाड़ा वाली आरती जय जय माँ

Written by:
Traditional

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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