Lata Mangeshkar - Aye-Dil-E-Nadan
ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
आरज़ू क्या है
जुस्तजू क्या है
ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
आरज़ू क्या है
जुस्तजू क्या है
हं हं हं हं हं
ऐ दिल ए नादान
हम भटकते है
क्यूँ भटकते है
दश्त ओ सेहरा में
ऐसा लगता है
मौज प्यासी है
अपने दरिया में
कैसी उलझन है
क्यूँ ये उलझन है
एक साया सा
रूबरू क्या है
ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
आरज़ू क्या है
जुस्तजू क्या है
क्या क़यामत है
क्या मुसीबत है
केह नहीं सकते
किसका अरमा है
ज़िन्दगी जैसे
खोयी खोयी है
हैरान हैरान है
ये ज़मीन चुप है
आसमान चुप है
फिर ये धड़कन सी
चार सु क्या है
ऐ दिल ए नादान
ऐ दिल ए नादान
Written by:
KHAIYYAAM, JAN NISAR AKHTAR
Publisher:
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