Kumar Sanu - Koi Kya Pehchaane
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
बेगाने लगे अपने और अपने लगे बेगाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
क्या है मिलना क्या बिछड़ना
खेल सब तक़दीर के
एक होके क्यों है लगते रंग दो तस्वीर के
वक़्त बदले बदले चेहरे
कब हो क्या किसको पता
यही दुनिआ की रीत है
कोई माने या न माने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
मुस्कराहट की लहर में आंसुओ की प्यास है
दूर दिल से दिल की धड़कन
फिर भी आस पास है
क्या वफ़ा क्या बेवफाई
राज़ ये जाने है हम
कोई करता नहीं जानके
होती है खता अनजाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
बेगाने लगे अपने और अपने लगे बेगाने
कोई क्या पहचाने जिसका गम वही जाने
Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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