Sonu Nigam and Anuradha Paudwal - Kismat Se Tum Hum KO Mile
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
फिर से बनती तकदीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
फिर से बनती तकदीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
क्या कहूँ कैसे लगते हैं दिल पे ज़ुल्फों के साये
कोई भूला राही जैसे मंज़िल पा जाये
या कोई दिल तूफ़ान का मारा
दर्द की लहरों में आवारा
कोई प्यारा प्यार का साहिल पा जाये
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
टुकड़े दिल के हम तुम मिल के
फिर से जोड़ेंगे ये शीशा फिर से जोड़ेंगे
फिर से बनती तकदीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे
यूँ शर्माती यूँ घबराती ऐसे सिमटी सिमटाई
ओ मेरे बालम यूँ ही नहीं मैं जाते जाते लौट आई
वो प्रीत मेरी पहचानी तूने
मेरी कदर तो जानी तूने
अब दिल जागा होश में चाहत अब आई
किस्मत से तुम हमको मिले हो
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे
टुकड़े दिल के हम तुम मिल के
फिर से जोड़ेंगे ये शीशा फिर से जोड़ेंगे
फिर से बनती तकदीरों को
अरमानों की ज़ंजीरों को जानम अब ना तोड़ेंगे
किस्मत से तुम हमको मिले हो(किस्मत से तुम हमको मिले हो)
कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे(कैसे छोड़ेंगे ये हाथ हम ना छोड़ेंगे)
Written by:
A. R. RAHMAN, JAVED AKHTAR, MAJROOH SULTANPURI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find