Mohammed Rafi - Khoya Khoya Chand Khula Aasman

ओ हो हो ओ
खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद

मस्ती भरी हवा जो चली
मस्ती भरी हवा जो चली
खिल खिल गयी ये दिल की कली
मन की गली में है खलबली
कि उनको तो बुलाओ
हो खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद

तारे चले नज़ारे चले
तारे चले नज़ारे चले
संग संग मेरे वो सारे चले
चारों तरफ इशारे चले
किसी के तो हो जाओ
हो हो खोया खोया चाँद
खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद हो हो ओ
ऐसी ही रात भीगी सी रात
ऐसी ही रात भीगी सी रात
हाथो में हाथ होते वो साथ
कह लेते उनसे दिल की ये बात
अब तो ना सताओ
हो खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद

हम मिट चले जिनके लिए
हम मिट चले जिनके लिए
बिन कुछ कहे वो चुप चुप रहे
कोई ज़रा ये उनसे कहे
ना ऐसे आजमाओ
हो खोया खोया चाँद खुला आसमान
आँखों में सारी रात जायेगी
तुम को भी कैसे नींद आयेगी
हो खोया खोया चाँद
खोया खोया चाँद खोया खोया चाँद
खोया खोया चाँद खोया खोया चाँद खोया खोया चाँद

Written by:
SHAILENDRA, S D Burman

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Mohammed Rafi

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