Lata Mangeshkar and शंकर महादेवन - Shiv Aarti
ओम जय शिव ओंकारा स्वामी हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
अर्धांगी धारा ओम जय शिव ओंकारा
एकानन चतुरानन पंचांनन राजे स्वामी पंचांनन राजे
हंसानन गरुड़ासन हंसानन गरुड़ासन
वृषवाहन साजे ओम जय शिव ओंकारा
दो भुज चारु चतुर्भज दश भुज से सोहें स्वामी दश भुज से सोहें
तीनों रूप निरथते तीनों रूप निरथते
त्रिभुवन जन मोहें ओम जय शिव ओंकारा
अक्षमाला बनमाला मुंडमालाधारी स्वामी मुंडमालाधारी
चंदन मृदमग सोहें चंदन मृदमग सोहें
भाले शशिधारी ओम जय शिव ओंकारा
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगें स्वामी बाघाम्बर अंगें
सनकादिक ब्रह्मादिक सनकादिक ब्रह्मादिक
भूतादिक संगें ओम जय शिव ओंकारा
कर मे श्रेष्ठ कमड़ंल चक्र त्रिशूल धरता स्वामी चक्र त्रिशूल धरता
जगकर्ता जगहर्ता जगकर्ता जगहर्ता
जगपालनकर्ता ओम जय शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका स्वामी जानत अविवेका
प्रणवाक्षर मे शोभित प्रणवाक्षर मे शोभित
ये तीनों एका ओम जय शिव ओंकारा
निरगुण शिवज की आरती जो कोई नर गावें स्वामी जो कोई नर गावें
कहत शिवानंद स्वामी कहत शिवानंद स्वामी
मनवांछित फल पावें ओम जय शिव ओंकारा
ओम जय शिव ओंकारा प्रभू हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
अर्धांगी धारा ओम जय शिव ओंकारा
Written by:
CHANDRASHEKHAR SANEKAR, MEENA KHADIKAR
Publisher:
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