अंकित तिवारी and Palak Muchchal - Dhoom Dhaam

ज़रा पूछ क्या दिल में
मेरे सुबहो शाम है
ज़रा पूछ क्या दिल में
मेरे सुबहो शाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
हर जगह अब दिक्खे तू
अपने दिल का भी काम तमाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
ज़रा पूछ क्या दिल में मेरे सुबहो शाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
हर जगह अब दिक्खे तू
अपने दिल का भी काम तमाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
ओ ओ ओ

क्या बताऊँ क्या है जादू
तेरी सारी बातों में
सोचती रहती हूँ अक्सर
तुझको तन्हा रातों में
नींदों में तू ख्वाबों में तू
साँसों में तू बस्ती है
यादों में तू लम्हों में तू
आँखों में तू हंसती है
हर जगह अब दिक्खे तू
अपने दिल का भी काम तमाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम

हा आ आ आ हो ओ ओ

मेरी गलियां मेरा रस्ता
तू ही मेरी मंज़िल है
मेरी दुनिया मेरी जन्नत
तू ही मेरा साहिल है
देखूं तुझे चाहूँ तुझे
एक पल न फुर्सत हो
यही दुआ मांगू सदा
तू न कभी अब रुखसत हो
हर जगह अब दिक्खे तू
अपने दिल का भी काम तमाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
ज़रा पूछ क्या दिल में मेरे सुबहो शाम है
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम
बस तेरी बस तेरी धूम धाम है
बस तेरी बस तेरी धूम

Written by:
HIMESH VIPIN RESHAMMIYA, SAMEER LALJI ANJAAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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अंकित तिवारी and Palak Muchchal

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