अमित कुमार, Anuradha Paudwal and शब्बीर कुमार - Aala Re Aala Govinda Aala
आला रे आला गोविंदा आला
आला रे आला गोविंदा आला
ओ चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
ओ चलो ओ चलो
ओ चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
गोविंदा गोपाला
गोविंदा गोपाला
आला रे आला गोविंदा आला
आला रे आला गोविंदा आला
ए चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
ए चलो ए चलो
ए चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
गोविंदा गोपाला
गोविंदा गोपाला
घड़ा अंबर का
ओ घड़ा अंबर का ये देखता हैं
हममे कितनी छुपी एकता हैं
आज ग्वालो के दिल मे भी खटकी
कितनी उँची हो लूटेंगे मटकी
तुम मे से तोड़ेगा मटकी वही
जो हो जान पे खेलने वाला
तुम मे से तोड़ेगा मटकी वही
जो हो जान पे खेलने वाला
गोविंदा गोपाला
गोविंदा गोपाला
ला ला ला हो हो ला ला ला
हौसलो को बढती हैं मुश्किल
सबको गिर गिर के मिलती हैं मंज़िल
एक दूजे के बल जो खड़े हैं
छोटे होके भी कितने बड़े हैं
तूफान मे गिर के
संभलता हैं बस वो
औरो को जिसने संभाला
तूफान मे गिर के
संभलता हैं बस वो
औरो को जिसने संभाला
गोविंदा गोपाला
गोविंदा गोपाला
आला रे आला गोविंदा आला
आला रे आला गोविंदा आला
ओ चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
ओ चलो ओ चलो
ओ चलो मिलके चलो रे सब ग्वाले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
आज तोड़ डालेंगे सब बंद ताले
गोविंदा गोपाला
गोविंदा गोपाला
गोविंदा
गोविंदा
गोविंदा
गोविंदा
गोविंदा
Written by:
NAGRATH RAJESH ROSHAN, SHYAMLAL HARLAL RAI INDIVAR
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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