Alka Yagnik and Udit Narayan - Kitni Bechain Hoke
रु रु रु रु रु
ओ ओ ओ ओ ओ
कितनी बेचैन होके तुमसे मिली
कितनी बेचैन होके तुमसे मिली
तुमको क्या थी ख़बर थी मैं कितनी अकेली
हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा
कितना बेचैन होके तुमसे मिला
कितना बेचैन होके तुमसे मिला
तुमको क्या थी ख़बर था मैं कितना अकेला
हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा
आ आ आ आ आ आ
के कितनी मोहब्बत है तुमसे
ज़रा पास आके तो देखो
क्या आग है धड़कनों में
गले से लगा के तो देखो
बताई ना जाये ज़ुबां से ये हालत
मेरे जिस्म ओ जां को तुम्हारी है चाहत
कितना बेचैन होके तुमसे मिला
कितना बेचैन होके
जो है दरमियाँ एक पर्दा
इसे जानेमन अब हटा दे
यही फासले कह रहे हैं
चलो दूरियों को मिटा दे
ना कोई तमन्ना है ना कोई हसरत
मुझे तो सनम है तुम्हारी ज़रूरत
कितना बेचैन होके तुमसे मिला
कितना बेचैन होके तुमसे मिला
तुमको क्या थी ख़बर था मैं कितना अकेला
हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा
कितनी बेचैन होके तुमसे मिली
कितनी बेचैन होके तुमसे मिली
तुमको क्या थी ख़बर थी मैं कितनी अकेली
हा हा हा हा हा
हा हा हा हा हा
Written by:
Pandy Sameer (T), Rathod Shravan, Saifi Nadeem, Nadeem-Shravan, Sameer
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find