Neha Kakkar and श्रीरामा चंद्र - Pee Loon Ishq Sufiyana
हाँ हाँ हाँ हाँ
सोचूँ तुझे तो है सुबह सोचूँ तुझे तो शाम है
हा सोचूँ तुझे तो है सुबह सोचूँ तुझे तो शाम है
मंज़िलों पे अब तो मेरी एक ही तेरा नाम है
तेरे बिन जी नहीं लगता तेरे बिन जी नहीं सकता
तुझपे हैं हारे मैंने वारे दो जहाँ
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना मेरा
इश्क़ सूफ़ियाना मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
हो तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना मेरा
इश्क़ सूफ़ियाना मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
हाँ हाँ हाँ हाँ
हाँ हाँ हाँ हाँ
हाँ होश में रहूँ क्यूँ आज मैं
तू मेरी बाहों में सिमटी है मुझमें समाई है यूँ
जिस तरह कि कोई हो नदी
तू मेरे सीने में छुपती है सागर तुम्हारा मैं हूँ
हाँ तेरे आग में ही जल के कोयले से हीरा बन के
ख़ाबों से आगे चल के है तुझे बताना
तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना मेरा
इश्क़ सूफ़ियाना मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
हो तेरे वास्ते मेरा इश्क़ सूफ़ियाना मेरा
इश्क़ सूफ़ियाना मेरा इश्क़ सूफ़ियाना
रब की कव्वाली है इश्क़ कोई
दिल की दीवाली है इश्क़ कोई
महकी सी प्याली है इश्क़ कोई
सुबह की लाली है इश्क़
रब की कव्वाली है इश्क़ कोई
दिल की दीवाली है इश्क़ कोई
महकी सी प्याली है इश्क़ कोई सुबह की लाली है इश्क़
Written by:
ABHIJIT SHARAD VAGHANI, ARORA RAJAT, IRSHAD KAMIL, PRITAM CHAKRABORTY, SHEKHAR RAVJIANI, VISHAL DADLANI
Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group
Lyrics powered by Lyric Find