Kishore Kumar - Kabhi Khili Dil Ki Kali

कभी खिली दिल की कली
गम की भी हवा चली
कभी फ़िज़ा कभी है बहार
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
किस्मत का क्या है जुबान
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ

बसे है दिल मैं अरमान
कितना जिनका हिसाब नहीं
पुरे होंगे इनमे कितने इनका जवाब नहीं
पुरे होंगे इनमे कितने इनका जवाब नहीं
एक है दिल सपने हजार
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ

जीवन की लम्बी लम्बी राहे
ले जायेंगे कहा
ढल न सकेगी जुदाई
फिर भी आशाये हैं जवा
ढल न सकेगी जुदाई
फिर भी आशाये हैं जवा
मिलन की आरजू बरक़रार
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
ल ल ल ला ला

Written by:
Qamar Jalalabadi, Sharda

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Kishore Kumar

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