Lata Mangeshkar and हेमंत कुमार - Umr Huyi Tumse Mile
उम्र हुई तुमसे मिले फिर भी जाने क्यों
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
उम्र हुई बाग सजे फिर भी जाने क्यों
ऐसे लगे फोओल पहली बार खिले हैं
रूप जगा यूँ बिन सँवारे साजना मैं सँवर गैइ
रूप जगा यूँ बिन सँवारे साजना मैं सँवर गैइ
आज लगा यूँ आज लगा यूँ
मोतियों से मेरी माँग भर गैइ
कजरा छलके अचरा ढलके
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
उम्र हुई बाग सजे फिर भी जाने क्यों
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
संग तुम्हारा मेरी ज़िन्दगी को रास आ गया
संग तुम्हारा मेरी ज़िन्दगी को रास आ गया
पा के सहारा पा के सहारा
दूर था मैं अपने पास आ गया
दुनिया सारी लागे न्यारी
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
उम्र हुई बाग सजे फिर भी जाने क्यों
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
झूम उठा तन मन में एक ऐसी बात आ गैइ
झूम उठा तन मन में एक ऐसी बात आ गैइ
जिसकी थी लगन जिसकी थी लगन
आज वो मिलन की रात आ गैइ
अलके लहके अखियाँ बकहे
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
उम्र हुई तुमसे मिले फिर भी जाने क्यों
ऐसे लगे जैसे पहली बार मिले हैं
Written by:
C Ramchandra, Sahir Ludhianvi
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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