Jubin Nautiyal and पलक मुच्छल - Pehla Nasha

चाहे तुम कुछ ना कहो मैने सुन लिया
के साथी प्यार का मुझे चुन लिया
चुन लिया मैने सुन लिया हा

पहला नशा पहला खुमार
नया प्यार है नया इंतज़ार
कर लू मैं क्या अपना हाल
ऐ दिल ए बेकरार
मेरे दिल ए बेकरार तू ही बता
पहला नशा पहला खुमार

उड़ता ही फिरूँ इन हवाओं में कहीं
या मैं झूल जाऊँ इन घटाओं में कहीं
उड़ता ही फिरूँ इन हवाओं में कहीं
या मैं झूल जाऊँ इन घटाओं में कहीं
एक कर दूँ आसमान और ज़मीं
कहो यारों क्या करूँ क्या नहीं
पहला नशा पहला खुमार

उसने बात की कुछ ऐसे ढंग से
हा उसने बात की कुछ ऐसे ढंग से
सपने दे गया वो हज़ारो रंग के
रह जाऊँ जैसे मैं हार के
और चूमें वो मुझे प्यार से
पहला नशा पहला खुमार
नया प्यार है नया इंतज़ार
कर लू मैं क्या अपना हाल
ऐ दिल ए बेकरार
मेरे दिल ए बेकरार तू ही बता
तू ही बता तू ही बता

Written by:
ANSHUMAN MUKHERJEE, MAJROOH SULTANPURI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Jubin Nautiyal and पलक मुच्छल

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