A.R. Rahman and मधुश्री - Kabhi Neem Neem
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुमा हुम्
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुमा हुम्
हुम् हुम् हुम् हुमा हुम् हुमा हुम्
कभी नीम नीम कभी शहद शहद
कभी नरम नरम कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम कभी शहद शहद
कभी नरम नरम कभी सख्त सख्त
मोरा पिया मोरा पिया मोरा पिया
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
शोंधा की ये लाली मुख चमकाये
सोंधी सोंधी ख़ुश्बू मन बहकाये
ज़ुल्फ़ों की रैना फिर क्यूँ ना छाये
हो चाँद सितारे देखेंगे सारे
चाँद सितारे देखेंगे सारे
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
कभी नीम नीम कभी शहद शहद
कभी नरम नरम कभी सख्त सख्त
कभी नीम नीम कभी शहद शहद
कभी नरम नरम कभी सख्त सख्त
मोरा पिया मोरा पिया मोरा पिया हो
हो हो हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ आये यी ये यी ये ये ये
ओ ओ आये यी ये यी ये आये यी ये यी ये ये हां हा हा हा
बोईरागी मन तेरा है साहेब जी
मेरे सीने में है क़ैद वो अब जी
प्रीत की रखो लाज ऐ मेरे रब जी
हो रुसवा हुई तो दुनिया हँसी तो
हो रुसवा हुई तो दुनिया हँसी तो
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
कभी नीम नीम कभी शहद शहद
कभी नरम नरम कभी सख्त सख्त
मोरा पिया मोरा पिया मोरा पिया
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
नज़रों के तीर में बसा है प्यार
जब भी चला है वो दिल के पार
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया रे
लज्जा से मरे रे ये जिया पिया
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुमा
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुमा
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुमा
हुम् हुमा हुम् हुमा हुम् हुम हुम्
Written by:
MEHBOOB, A. R. RAHMAN
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find