Sonu Nigam - Hasrat Bhari Nazar

हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको
कुच्छ बोलता नही हैं बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको

मेरी खबर से मुझको रखता हैं बाख़बर वो
मेरी खबर से मुझको रखता हैं बाख़बर वो
मेरी खबर से मुझको रखता हैं बाख़बर वो
मुझसे जीइया शायद वो जानता हैं मुझको
मुझसे जीइया शायद वो जानता हैं मुझको
कुच्छ बोलता नही हैं बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको

उसको मैं माँगता हूँ सजदे में सर जुकाके
उसको मैं माँगता हूँ सजदे में सर जुकाके
उसको मैं माँगता हूँ सजदे में सर जुकाके
दस्ते दुआ उठा के वो माँगता हैं मुझ को
दस्ते दुआ उठा के वो माँगता हैं मुझ को
कुच्छ बोलता नही हैं बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको

अब मेरे वास्ते वो इक आईना हैं जैसे
अब मेरे वास्ते वो इक आईना हैं जैसे
अब मेरे वास्ते वो इक आईना हैं जैसे
वो किस कदर सरापा पहचानता हैं मुझको
वो किस कदर सरापा पहचानता हैं मुझको
कुच्छ बोलता नही हैं बस सोचता हैं मुझको
हसरत भरी नज़र से वो देखता हैं मुझको

Written by:
ANUP JALOTA, HARSH BRAHMBHAAT

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network

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