निखिता गाँधी and Armaan Malik - Beech Raaste
मंज़िलों ने राहों को चुना
धड़कनों ने बाहों को चुना
खुल गए ख़्वाबों के सिरे
बीच रास्ते बीच रास्ते
लकीरों से हम मुड़ गए
बहकते ये कदम जुड़ गए
लकीरों से मुड़ गए
बहकते कदम जुड़ गए
ये क्या फ़साना कह गए
बीच रास्ते
बीच रास्ते बीच रास्ते
बीच रास्ते बीच रास्ते
बीच रास्ते
बीच रास्ते
तुम कहाँ हो हम कहाँ है क्या पता
हर कड़ी का पूछते हो क्यूँ पता
चलने दो ख्वाहिशों का सिलसिला
जो मिलेगा लूट ले तू वो मज़ा
सवालों से क्यूँ लड़ गए लड़ गए
जवाबों पे यूँ अड़ गए
अड़ गए
सवालों से क्यूँ लड़ गए
जवाबों पे यूँ अड़ गए
रातों को ख्वाबों से चुने
बीच रास्ते
बीच रास्ते बीच रास्ते
बीच रास्ते बीच रास्ते
उ उ ये तारा त तारा हां
उ उ बीच रास्ते बीच रास्ते
बीच रास्ते
मंज़िलों ने राहों को चुना
मंज़िलों ने राहों को चुना
धड़कनों ने बाहों को चुना
धड़कनों ने बाहों को चुना
खुल गए ख़्वाबों के सिरे
बीच रास्ते
बीच रास्ते बीच रास्ते ए ए ए ए
बीच रास्ते बीच रास्ते इ इ इ इ तारा त तारा ये ए ए
बीच रास्ते ये ए ए
बीच रास्ते बीच रास्ते बीच रास्ते
Written by:
Niranjan Iyengar
Publisher:
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