Jubin Nautiyal and तुलसी कुमार - Dil Jaaniye

सच्चियाँ मोहब्बताँ निभावाँगा
रांझेया मैं तेरा कहलावाँगा
इक वारी दिल लग जाने दे
दिल दा करार बन जावाँगा

सच्चियाँ मोहब्बताँ निभावाँगी
हीरिये मैं तेरी कहलावाँगी
इक वारी दिल लग जाणे दे
दिल दा करार बण जावाँगी

इल्तेजा दिल दी है
इक पहल इश्क की होने दे
दिल जाणिये मैनू जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे
दिल जाणिये मैनु जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे

दिन रात तुझे मैं देखा करूँ
आँखों की यही बस चाहत है

दिन रात तुझे मैं देखा करूँ
आँखों की यही बस चाहत है
मैं कैद हूँ तेरी लकीरों में
तेरे साथ ही मेरी किस्मत है
जीत की हार की
इक पहल प्यार की होने दे
दिल जाणिये मैनु जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे
दिल जाणिये मैनु जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे

मेरा रब तुझमें ही वसदा ए
दिल करता तेरी इबादत है

मेरा रब तुझमें ही वसदा ए
दिल करता तेरी इबादत है
नज़दीक है लेकिन कह ना सके
मुझको तेरी ही आदत है
बेवजह जीने की
हौले हौले से दिल खोने दे
दिल जाणिये मैनु जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे
दिल जाणिये मैनु जी लैण दे
दो लफ्ज़ ए मोहब्बत कह लैण दे

Written by:
DEV PAYAL, SHABBIR SHAMIULLAH AHMED

Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group

Lyrics powered by Lyric Find

Jubin Nautiyal and तुलसी कुमार

View Profile