रेखा भारद्धाज and Arijit Singh - Judaai
राझण ढूड़न मैं चलिया
राझण मिलया ना ये
जिगरा विच अगन लगा के
रब लक़ीरां विच लिख दी जुदाई
खो गया गुम हो गया
वक़्त से चुराया था जो
अपना बनाया था
हो तेरा वो मेरा
साथ निभाया था जो
अपना बनाया था
चदरिया जीनी रे जीनी
चदरिया जीनी रे जीनी
आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
चदरिया जीनी रे जीनी
चदरिया जीनी रे जीनी
हे आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
ऐसा भी क्या मिलना साथ हो के तन्हा
ऐसी क्यों सजा हमने है पाई
रांझणा वे फिर से मुझे जीना
तुझ पे है मरना
फिर से दिल ने दी है ये दुहाई साजना वे
लकीरों पे लिख दी क्यों जुदाई
हो ग़ैर सा हुआ खुद से भी ना कोई मेरा
दर्द से कर ले चल यारी दिल ये कह रहा
खोलूं जो बाहें बस ग़म ये सिमट रहे हैं
आँखों के आगे लम्हें ये क्यों घट रहे हैं
जाने कैसे कोई सहता जुदाइयाँ
चदरिया झीनी रे जीनी
चदरिया झीनी रे जीनी
आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी
चदरिया झीनी रे जीनी
चदरिया झीनी रे जीनी
हे आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी(आँखें भीनी ये भीनी ये भीनी)
यादें झीनी रे झीनी रे झीनी(यादें झीनी रे झीनी रे झीनी)
राझण ढूड़न मैं चलिया ओ
राझण मिलया ना ये
जिगरा विच अगन लगा के
रब्बा लक़ीरां विच लिख दी जुदाई
Written by:
JIGAR, DINESH VIJAN, PRIYA SARAIYA, SACHIN GUPTA
Publisher:
Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC, Royalty Network, O/B/O DistroKid
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