Geeta Dutt - Piya Aiso Jiya Men Samaya Gayo
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
कि मैं तन मन की सुध बुध गवाँ बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
कि मैं तन मन की सुध बुध गवाँ बैठी
हर आहट पे समझी वो आय गयो रे
हर आहट पे समझी वो आय गयो रे
झट घूँघट में मुखड़ा छुपा बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
मोरे अंगना में जब पुरवय्या चली
मोरे द्वारे की खुल गई किवाड़ियां
मोरे अंगना में जब पुरवय्या चली
मोरे द्वारे की खुल गई किवाड़ियां
ओ दैया द्वारे की खुल गई किवाड़ियां
मैने जाना कि आ गये सांवरिया मोरे
मैने जाना कि आ गये सांवरिया मोरे
झट फूलन की सेजिया पे जा बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
कि मैं तन मन की सुध बुध गवाँ बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
मैने सिंदूर से माँग अपनी भरी
रूप सैयाँ के कारण सजाया
मैने सिंदूर से माँग अपनी भरी
रूप सैयाँ के कारण सजाया
ओ मैने सैयाँ के कारण सजाया
इस दर से किसी की नज़र न लगे
इस दर से किसी की नज़र न लगे
झट नैनन में कजरा लगा बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
कि मैं तन मन की सुध बुध गवाँ बैठी
हर आहट पे समझी वो आय गयो रे
झट घूँघट में मुखड़ा छुपा बैठी
पिया ऐसो जिया में समाय गयो रे
Written by:
Shakeel Badayuni, KUMAR HEMANT
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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