Alka Yagnik and मनहार उधास - Mausam Ki Tarah

दुनिया की तरह हम्म हम्म
रस्मो की तरह हम्म हम्म
वादों की तरह हम्म हम्म
कसमो की तरह हम्म हम्म
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे

दुनिया बदलती है मौसम बदलते है
लेकिन मेरे दिल को बदल नहीं पाओगे

मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे

क्या मुहोब्बत की अदा भूल गए
कैसे दिलबर हो वफ़ा भूल गए

आसमानों के आगे तुमने वादा किया है
दिल के बदले में मैंने प्यार तुमको दिया है

धरती की अम्बर की कसम
मुझको है तेरे सर की कसम
नज़रें बदलती हैं सपने बदलते है
लेकिन मेरी धड़कन को तुम धड़काओगे

मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे

सुनो न यह चाँद तो क्या
चांदनी का नूर नहीं देखा
तुम्हारे वास्ते मैंने ख़ुशी का मुंह नहीं देखा
तुम्हारी आरज़ू की प्यास में है कुछ मिठास इतनी
के में प्यासी ही रही
लेकिन नदी का मुंह नहीं देखा
तुम्हारे प्यार में कुछ इस तरह
पागल हुयी जानम
तुम्हारे प्यार में कुछ इस तरह
पागल हुयी जानम
तुम्हे देखा हे जबसे
फिर किसीका मुंह नहीं देखा

मेरी पहली तमन्ना
आखरी प्यार हो तुम
रूह में बस गए हो
मेरे दिलदार हो तुम

ऐसे ही तुम्हे चाहूंगा मैं
तुम्हे दुल्हन भी बनाऊंगा मैं
सेहरे बदलते हैं खुसबू बदलती है
पल पल मेरी साँसों को तुम महकाओगे

मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे आ
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे

बेकरारी की हदसे गुजर जाउंगी
आग होगी जिधर उधर जाउंगी
मेने तुमसे मुहोब्बत का वादा किया
यह न सोचो के दुनिया से डर जाउंगी
बेवफाई का तूफान आने तो दो
बेवफाई का तूफान आने तो दो
पंखुड़ी की तरह में बिखर जाउंगी

तुमने धोखा दिया तो कुछ भी कर जाऊंगी मैं
तुम जुदा जो हुए तो देखो मर जाऊँगी मैं

मेरी मंज़िल तेरी राहों में है
मेरी जन्नत तेरी बाहों में है
राही बदलते हैं रस्ते बदलते है
मैं दौड़के आऊंगा जो मुझको बुलाओगे

मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे आ
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगे आ
बदल तो न जाओगे(आ)
बदल तो न जाओगे(आ)
बदल तो न जाओगे(आ)

Written by:
ANANDMILIND, SAMEERJAMEEL MUJAHID

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Alka Yagnik and मनहार उधास

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