Asha Bhosle and विनोद राठोड - Parbat Se Kali Ghata Takraee

आ श श श श
आ हा हा आ श श श

परबत से काली घटा टकराई
पानी ने कैसी ये आग लगाईं

परबत से काली घटा टकराई
पानी ने कैसी ये आग लगाईं

हाय आग लगाईं
दिल देने दिल लेने की रुत आई
परबत से काली घटा टकराई (परबत से काली घटा टकराई)
पानी ने कैसी ये आग लगाईं(पानी ने कैसी ये आग लगाईं)
हाय आग लगाईं
हाय आग लगाईं

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ

मारे शर्म के मैं तो सिमट गयी
चुनरी मेरी मुझसे लिपट गयी
मारे शर्म के मैं तो सिमट गयी
चुनरी मेरी मुझसे लिपट गयी

ऐसे में तूने जो ली अंगड़ाई आ आ आ आ आ
ऐसे में तूने जो ली अंगड़ाई आ आ आ
आग लगाईं
दिल देने दिल लेने की रुत आई
परबत से काली घटा टकराई (परबत से काली घटा टकराई)
पानी ने कैसी ये आग लगाईं(पानी ने कैसी ये आग लगाईं)
हाय आग लगाईं
हाय आग लगाईं

मस्ती में आके मैं झूम लुगा
रोको मुझे मैं तुम्हे चुम लुगा

ओ मस्ती में आके मैं झूम लूँगी
रोको मुझे मैं तुम्हे चुम लूँगी
मस्ती में आके मैं झुम लूँगी
रोको मुझे मैं तुम्हे चुम लगी

मस्ती में आके मैं झूम लुगा
रोको मुझे मैं तुम्हे चुम लुगा

छेड़ो ना मुझको यु छोडो कलाई आहा हा
छेड़ो ना मुझको यु छोडो कलाई
आग लगाईं
दिल देने दिल लेने की रुत आई
परबत से काली घटा टकराई (परबत से काली घटा टकराई)
पानी ने कैसी ये आग लगाईं(पानी ने कैसी ये आग लगाईं)
परबत से काली घटा टकराई (परबत से काली घटा टकराई)
पानी ने कैसी ये आग लगाईं(पानी ने कैसी ये आग लगाईं)
आग लगाईं
दिल देने दिल लेने की रुत आई

Written by:
ANAND BAKSHI, SHIV HARI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

Lyrics powered by Lyric Find