Asha Bhosle - Katra Katra
कतरा कतरा मिलती है
कतरा कतरा जीने दो
ज़िंदगी है ज़िंदगी है
बहने दो बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो ना)
कतरा कतरा मिलती है
कतरा कतरा जीने दो
ज़िंदगी है ज़िंदगी है
बहने दो बहने दो
प्यासी हूँ मैं प्यासी रहने दो (रहने दो ना)
कल भी तो कुछ ऐसा ही हुआ था
नींद में थी तुमने जब छुआ था
गिरते गिरते बाहों में बची मैं
सपने पे पाँव पड़ गया था
सपनों में बहने दो
प्यासी हूँ मैं प्यासी रहने दो (रहने दो)
कतरा कतरा मिलती है
कतरा कतरा जीने दो
ज़िंदगी है ज़िंदगी है
बहने दो बहने दो
प्यासी हूँ मैं प्यासी रहने दो (रहने दो)
तुमने तो आकाश बिछाया
मेरे नंगे पैरों में ज़मीं है
बाकी भी तुम्हारी आरज़ू हो
शायद ऐसे ज़िन्दगी हंसीं है
आरज़ू में बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो (रहने दो ना)
कतरा कतरा मिलती है
कतरा कतरा जीने दो
ज़िंदगी है ज़िंदगी है
बहने दो बहने दो
प्यासी हूँ मैं प्यासी रहने दो (रहने दो)
हलके हलके कोहरे के धुंए में
शायद आसमां तक आ गयी हूँ
तेरी दोनों बाहों के सहारे
देखो कहाँ तक आ गयी हूँ
कोहरे में बहने दो
प्यासी हूँ मैं, प्यासी रहने दो रहने दो
कतरा कतरा मिलती है
कतरा कतरा जीने दो
ज़िंदगी है ज़िंदगी है
बहने दो बहने दो
प्यासी हूँ मैं प्यासी रहने दो रहने दो रहने दो रहने दो
Written by:
Gulzar, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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