Sukhwinder Singh, Daler Mehndi and Vishal Bharadwaj - Kash Laga
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
आ आ आ
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा (कश लगा कश लगा)
कश लगा आ आ आ
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
ज़िन्दगी है कश लगा
हे हे हे हे हे हे हे (कश लगा)
ज़िन्दगी है कश लगा
हसरतो की राखि उड़ा
यह जहाँ पानी है
बुलबुला है पानी है
बुलबुलों पे रुकना क्या
पानियों में बेहेता जा बेहेता जा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
जलती है तन्हाईयाँ
कटी है रात रात जग जग के
उड़ती है चिंगारियाँ
गुच्छे है लाल लाल गिली आग के
ओह खिलती है जैसे जलते
जुगनु हो बेलियों में
आँखें लगी हो जैसे
उबलो की ढेरियो मैं
दो दिन का आग है यह
सारा जहाँ धुआँ
दो दिन की ज़िन्दगी में
दोनों जहाँ का धुआँ आ आ आ
यह जहाँ पानी है
बुलबुला है पानी है
बुलबुलों पे रुकना क्या
पानियों में बेहेता जा बेहेता जा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
छोड़ी हुई बस्तियां
जाता हूँ बार बार
घूम घूम के
मिलते नहीं वह निशाँ
छोड़े थे दहलीज़
चूम चूम के
जो आये चढ़ जायेंगे
जंगल की क्यारियाँ हैं
पगडंडियों पर मिलना
दो दिन की यारियां है
क्या जाने कौन जाये
पारी से पारी ए
हम भी कतार में है
जब भी सवारी आये
ओहों यह जहाँ पानी है
बुलबुला है पानी है
बुलबुलों पे रुकना क्या
पानियों में बेहेता जा बेहेता जा
कश लगा
कश लगा
कश लगा
कश लगा (कश लगा कश लगा)
कश लगा
कश लगा
कश लगा (कश लगा कश लगा)
कश लगा
कश लगा
कश लगा
ज़िन्दगी है कश लगा (कश लगा कश लगा)
हे हे हे हे हे हे हे (कश लगा)
ज़िन्दगी है कश लगा (कश लगा)
हसरतो की राखि उड़ा (कश लगा)
है है यह जहाँ पानी है (कश लगा)
बुलबुला है पानी है (कश लगा)
बुलबुलों पे रुकना क्या (कश लगा)
पानियों में बेहेता जा बेहेता जा (कश लगा)
कश लगा
कश लगा
कश लगा
Written by:
Vishal Bhardwaj, Gulzar
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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