सुरैया and Mohammed Rafi - Beqarar Hai Koi

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
बेक़रार है कोई आ आ आ
ऐ मेरे दिलदार आ
बेक़रार है कोई आ आ आ
ऐ मेरे दिलदार आ आ आ आ

आ आ आ आ आ आ आ आ आ(आ आ आ आ आ आ आ आ आ)

है किसी की ज़िन्दगी आ आ आ
इश्क़ है गम खार आ

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ

डसती है नागन
सी कुर्बत की रातें

डसती है नागन
सी कुर्बत की रातें
झूठी है बिन तेरे जीने की बातें
जीने की बातें

हाय क्यों यह
बेबसी आ आ आ
मैं हूँ तलबग़ार आ

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ

चुन लूँ गम तेरे
दुख दर्द मिटा दूँ

चुन लूँ गम तेरे
दुःख दर्द मिटा दूँ
होंठो पे नगमों की
कलियाँ खिला दूँ
कलियाँ खिला दूँ

रो रही है बेकसी आ आ आ
हुस्न है बीमार आ

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ

हसना है बस में
न रोना है बस में
हसना है बस में
न रोना है बस में
पहलू में रहकर
वह कह देगा कस्मे
कह देगा कस्मे

मंजिलों में प्यार की
आह तोड़ के दीवार आ

बेक़रार है कोई आ आ आ
ऐ मेरे दिलदार आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ(आ आ आ आ आ आ आ आ आ)

Written by:
Bhagatram, Husnalal, Majrooh Sultanpuri

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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सुरैया and Mohammed Rafi

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