सुमन कल्याणपुर and Mohammed Rafi - Kehdo Kehdo Jahan Se Kehdo
कह दो कह दो जहाँ से कह दो
इश्क़ पर ज़ोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो
इश्क़ पर ज़ोर नहीं
मर जायेंगे एक दूसरे पर
मचेगा कोई शोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो
इश्क़ पर ज़ोर नहीं
मर जायेंगे एक दूसरे पर
मचेगा कोई शोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो (कह दो कह दो जहाँ से कह दो)
इश्क़ पर ज़ोर नहीं (इश्क़ पर ज़ोर नहीं)
तेरा तस्वुर सताए सुबह शाम
प्यार भरे तूफा युथये सुबह शाम
सपने सुहाने दिखाये सुबह शाम
दिल की जुबा पर रहता है तेरा नाम
हाय तुमसा कहा से लाऊ
जहा में कोई और नहीं
हाय तुमसा कहा से लाऊ
जहा में कोई और नहीं
मर जायेंगे एक दूसरे पर
मचेगा कोई शोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो (कह दो कह दो जहाँ से कह दो)
इश्क़ पर ज़ोर नहीं (इश्क़ पर ज़ोर नहीं)
दीप कहि जले पतंगा वही जाये
चाँद कही निकले चकोरा वही जाये
फूल कई महके तो भवरा वही जाये
दिल का पपीहा तेरे ही पास आये
मेरा दिल है वो पागल पंछी
के ऐसा तो चकोर नहीं
मेरा दिल है वो पागल पंछी
के ऐसा तो चकोर नहीं
मर जायेंगे एक दूसरे पर
मचेगा कोई शोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो (कह दो कह दो जहाँ से कह दो)
इश्क़ पर ज़ोर नहीं (इश्क़ पर ज़ोर नहीं)
प्यार की अगन में जले है दो बदन
कम नहीं होगी ये प्यार की लगन
प्यार है वो सोना उठेगा न कभी
चाहे कितना पानी गिराये ये गगन
प्यार इतनी हसीं जिंदगी है
के ऐसा कोई दौर नहीं
प्यार इतनी हसीं जिंदगी है
के ऐसा कोई दौर नहीं
मर जायेंगे एक दूसरे पर
मचेगा कोई शोर नहीं
कह दो कह दो जहाँ से कह दो (कह दो कह दो जहाँ से कह दो)
इश्क़ पर ज़ोर नहीं (इश्क़ पर ज़ोर नहीं)
कह दो कह दो जहाँ से कह दो (कह दो कह दो जहाँ से कह दो)
इश्क़ पर ज़ोर नहीं (इश्क़ पर ज़ोर नहीं)
Written by:
Hasrat Jaipuri, Shankar-Jaikishan
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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