Lata Mangeshkar and Hemant Kumar - Chhupa Lo Yun Dil Men [Revival]
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा
के जैसे मंदिर में लौ दीये की
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा
के जैसे मंदिर में लौ दीये की
तुम अपने चरणों में रखलो मुझकों
तुम्हारे चरणों का फूल हूँ मैं
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रीतम
मैं सर झुकाए खड़ी हूँ प्रीतम
के जैसे मंदिर में लौ दीये की
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा (छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा)
के जैसे मंदिर में लौ दीये की (के जैसे मंदिर में लौ दीये की)
ये सच है जीना था पाप तुम बिन
ये पाप मैंने किया है अब तक
मगर है मन में छवि तुम्हारी
मगर है मन में छवि तुम्हारी
के जैसे मंदिर में लौ दीये की
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा (छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा)
के जैसे मंदिर में लौ दीये की (के जैसे मंदिर में लौ दीये की)
फिर आग विरहा की, मत लगाना
के जल के मैं राख हो चुकी हूँ
ये राख माथे पे मैंने रख ली
ये राख माथे पे मैंने रख ली
के जैसे मंदिर में लौ दीये की
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा (छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा)
के जैसे मंदिर में लौ दीये की (के जैसे मंदिर में लौ दीये की)
छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा (छुपा लो यूँ दिल में प्यार मेरा)
Written by:
ROSHAN, MAJROOH SULTANPURI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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