भूपिंदर सिंह and Asha Bhosle - Raat Banoo Main
ह्म ह्म ह्म ओ हो
रात बनु मैं और चाँद बनो तुम
दीप बनु मैं और ज्योत बनो तुम
कुछ न सुनु मैं कुछ न कहो तुम
आओ बहो में आओ
रात बनु मैं और चाँद बनो तुम
दीप बनु मैं और ज्योत बनो तुम
कुछ न सुनु मै कुछ न कहो तुम
आओ बहो में आओ
रात बनु मैं और चाँद बनो तुम
नया नया मैं हु नयी नयी तुम
यूँ ही न खो जाये रात
अनजानी राहों के राही है हम
छूटे न हाथों से हाथ
नया नया मैं हु नयी नयी तुम
यूँ ही न खो जाये रात
अनजानी राहों के राही है हम
छूटे न हाथों से हाथ
जाऊ जहा मैं साथ चलो तुम
आओ बहो में आओ
चाँद बनू मैं और रात बनो तुम
ज्योत बनु मैं और दीप बनो तुम
कुछ न सुनो मैं कुछ न कहूँ तुम
आओ बहो में आओ
चाँद बनू मैं और रात बनो तुम
आ आ आ आ
तुमसे ही तन है तुमसे ही मन
दिल में छुपा लो मुझे
बाहों में लेके मेरे सनम
मुझसे चुरा लो मुझे
तुमसे ही तन है तुमसे ही मन
दिल में छुपा लो मुझे
बाहों में लेके मेरे सनम
मुझसे चुरा लो मुझे
नींद बनु मैं और ख्वाब बनो तुम
आओ बहो में आओ
रात बनु मैं और चाँद बनो तुम आ
दीप बनु मैं और ज्योत बनो तुम आ
कुछ न सुनु मैं कुछ न कहो तुम
आओ बहो में आओ
ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला ला)
हो जब से बसी हो आँखों में तुम आ
लगती है दुनिया हसि
ओ मैं हूँ सफ़र मेरी मंजिल तुम
तुम जो नहीं मैं नहीं
हो जब से बसी हो आँखों में तुम आ
लगती है दुनिया हसि
ओ मैं हूँ सफ़र मेरी मंजिल तुम
तुम जो नहीं मैं नहीं
रंग बनु मैं माँग भरो तुम
आओ बहो में आओ
चाँद बनू मैं और रात बनो तुम
डीप बनु मैं और ज्योत बनो तुम
कुछ न सुनु मैं कुछ न कहो तुम
आओ बहो में आओ
आओ बहो में आओ ह्म ह्म ह्म ह्म
Written by:
Muqtida Hasan Nida Fazli
Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)
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