Kishore Kumar and Lata Mangeshkar - Tera Phoolon Jaisa Rang

तेरा फूलों जैसा रंग, तेरे शीशे जैसे अंग
पड़ी जैसे ही नज़र मैं तो रह गया दंग

आते जाते करे तंग तेरे अच्छे नहीं ढंग
मैं तो करूंगी सगाई किसी दुसरे के संग

हो मेरे होते कोई और करे तेरे बारे गौर
मेरे होते कोई और करे तेरे बारे गौर
येह न होगा किसी तौर चाहे चले छुरियाँ
येह न होगा किसी तौर चाहे चले छुरियाँ

सीधे सीधे हाँ करती है या चलना है थाने
सीधे सीधे हाँ करती है या चलना है थाने

थाने जाते जाते मर गए तुझसे कई दीवाने
अरे थाने जाते जाते मर गए तुझसे कई दीवाने

यूँ ही नखरे न कर, तेरी छोटी को पकड़
यूँ ही नखरे न कर, तेरी छोटी को पकड़
तुझे लाऊंगा मैं घर चाहे चले छुरियाँ
तुझे लाऊंगा मैं घर चाहे चले छुरियाँ

हाये तेरी बातें है अजब, अरे होले होना है जो अब
तुझे मेरी ही कसम कहीं ढाना न गजब
हो तुझे छोड़ेंगे न हम चाहे रोके हमें रब
तू है इतना ही तंग तो मैं रंगी तेरे रंग
ले मैं चली तेरे संग चाहे चले छुरियाँ
ले मैं चली तेरे संग चाहे चले छुरियाँ

ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दिल आने की बात है जब जो लग जाए प्यारा
दिल पर किसका जोर है दिल के आगे हर कोई हारा
हाये ओ मेरे यारा
दिल आने की बात है जब जो लग जाए प्यारा
दिल पर किसका जोर है दिल के आगे हर कोई हारा
हाये ओ मेरे यारा

दिल मिलने से तेरा मेरा मेल है
दिल मिलना मुक़दरों का खेल है
हो दिल मिलने का मेला ये जहान है
दिल मिलने से दुनिया जवान है
हो तेरे इश्क़ वाला कोई माने या न माने बे कमान है(कोई माने या न माने बे कमान है)
दिल आने की बात है जब जो लग जाए प्यारा
दिल पर किसका जोर है दिल के आगे हर कोई हारा
हाये ओ मेरे यारा

मोहब्बत हर दिल का आहा मोहब्बत हर दिल का अरमान
मोहब्बत हर धड़कन आहा मोहब्बत हर धड़कन की जान
किसी से कर ले तू आ, किसी से कर ले तू पहचान
किसी को दे दे दिल, किसी को दे दे दिल और जान
किसी को रख दिल में
कैसे
किसी को रख दिल में मेहमान
किसी के रेह दिल में
अच्छा
किसी के रेह दिल में मेहमान
हो हो हो हो
जवानी आती है
हाये
जवानी आती है एक बार
ये मौसम रहता है
हाय हाय
ये मौसम रहता है दिन चार
न खोना इस रुत को
क्यो
न खोना इस रुत को बेकार
नहीं नित खिलता ये
क्या
नहीं नित खिलता ये गुलज़ार
किसी से कर लेना
क्या
किसी से कर लेना इक़रार
किसी से ले लेना
क्या
किसी से ले लेना इकरार हो हो हो हो

किसी के खातिर हो बदनाम यही है दिलवालों का काम
ज़माना चाहे दे इलज़ाम समझ हर तोहमत को ईनाम

किसी से ले दिल का
आहा
किसी से ले दिल का पैगाम
किसी को दे दिल का
आहा
किसी को दे दिल का पैगाम हो हो हो बुर्र्र्र

Written by:
N/A KHAIYYAAM, SAHIR LUDHIANVI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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