के जे येसुदास, Lata Mangeshkar and Kishore Kumar - Mohabbat Bade Kaam Ki Cheez Hai

हर तरफ हुस्न है जवानी है
आज की रात क्या सुहानी है
रेशमी जिस्म
हाँ रेशमी जिस्म
थरथराते हैं मरमरी खाँब
गुनगुनाते हैं

धड़कनों मैं सुरूर फैला है
रंग नजदीक-ओ-दूर फैला है
दावत-इ-इश्क़ दे रही है फ़ज़ा
आज हो जा किसी हसीं पे फ़िदा
के
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है
काम की चीज़ है
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है
काम की चीज़ है

मुहब्बत के दम से है दुनिया कि रौनक
मुहब्बत न होती तो कुछ भी ना होता
नजर और दिल की पनाहों की खातिर
ये जन्नत न होती तो कुछ भी ना होता
यही एक आराम की चीज़ है
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है(मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है)
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)

किताबों में छपते है चाहत के किस्से
हकीकत की दुनिया में चाहत नहीं है
किताबों में छपते है चाहत के किस्से
हकीकत की दुनिया में चाहत नहीं
ज़माने के बाज़ार में ये वो शह है
के जिसकी किसीको ज़रूरत नहीं है
ये बेकार बेदाम की चीज़ है
ये कुदरत के इनाम की चीज़ है
ये बस नाम ही नाम की चीज़ है
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है(मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है)
काम की चीज़ है

मुहब्बत से इतना खफा होने वाले
चला आज तुझको मुहब्बत सिखा दे
तेरा दिल जो बरसो से वीरान पड़ा है
किसी नाज़नीना को इसमे बसा दें
मेरा मशवरा काम की चीज़ है
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है(मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है)
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
ये बेकार बेदाम की चीज़ है
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है( मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है)
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)
मुहब्बत बड़े काम की चीज़ है
काम की चीज़ है(काम की चीज़ है)

Written by:
Khaiyyaam, Sahir Ludhianvi

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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के जे येसुदास, Lata Mangeshkar and Kishore Kumar

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