Manik Saya - Man Bawra

मान बावरा तुझे ढूंढता
मान बावरा तुझे ढूंढता
पाने की खोने की पाईमाशें
जीने की सारी मेरी ख्वाहिशें
पाने की खोने की पाईमाशें
जीने की सारी मेरी ख्वाहिशें
आस्मा यह जहाँ सब लगे ठहरा
मान बावरा तुझे ढूंढता
मान बावरा तुझे ढूंढता

बदगुमा था नादान यह दिल
धड़केगा ना कभी
होंश खो बैठा है पागल
रूठी है ज़िंदगी
बदगुमा था नादान यह दिल
धड़केगा ना कभी
होंश खो बैठा है पागल
रूठी है ज़िंदगी
खुद से बातें कर करके हँसना
भीड़ में भी तन्हा सा लगना
बाज रही है जल्तरंगे
साँसों के डर्माया
सा सा नि सा रे सा सा नि सा नि सा
सा सा नि सा रे सा सा नि सा नि सा
सा सा नि सा रे सा सा नि सा नि सा
मान बावरा
मान बावरा (म ध म प प)
मान बावरा

Written by:
AFSAR SAJID, SHAHAB ALLAHABADI

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Manik Saya

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