Kishore Kumar - Ham Kitne Nadan The Yaaron
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
सच हैं अगर तो एक मोहब्बत
जूठ हैं बाकि सारा फ़साना
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
पड़ गए जैसे इन आँखों पे
ज़ुल्म के नफ़रत के परदे
पड़ गए जैसे इन आँखों पे
ज़ुल्म के नफ़रत के परदे
ज़िन्दगी तेरा मुजरिम हूँ मैं
हो सके तो माफ़ कर दे
अन्धी राह के अंधे सफ़र में
बीत गया जीने का जमाना
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
अब ये मोहब्बत का अहसान हैं
ये जो थोड़ी जान हैं मुझमे
अब ये मोहब्बत का अहसान हैं
ये जो थोड़ी जान हैं मुझमे
आप ही मैं जिसका कातिल हूँ
ज़िंदा वो इंसान हैं मुझमे
अब दिल के अरमान हैं क्या क्या
ये तो अभी देखेगा जमाना
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
सच हैं अगर तो एक मोहब्बत
जूठ हैं बाकि सारा फ़साना
हम कितने नादान थे यारो
आज ये समझे आज ये जाना
Written by:
Majrooh Sultanpuri, R D Burman
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find