Bhupendra Singh - Kisi Raah Bhi

किसी राह भी मैं चला
तुमसे ही आके मिला
मेरी सोच का हर सिरा है जुदा
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
किसी राह भी मैं चला
तुमसे ही आके मिला
मेरी सोच का हर सिरा है जुदा
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही

जुदा होके भी तुमसे हूँ जुड़ा मैं नहीं
धड़कते हो तुम ही दिल की सदा मैं कही
जुदा होके भी तुमसे हूँ जुड़ा मैं नहीं
धड़कते हो तुम ही दिल की सदा मैं कही
न गुज़रे तेरे बिन कोई लम्हा मेरा
करे दिल ये हरपाल मेरा सजदा तेरा
सजदा तेरा सजदा तेरा

मेरे चाहतों का सिला
है जो मुझे तू मिला
मेरे शब् तुझी में ढली दिन चला
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही

मेरी ख्वाइशों में बसी है तेरी आरज़ू
पास तुम हो फिर भी क्यों हैं तेरी जुस्तजू
मेरी ख्वाइशों में बसी है तेरी आरज़ू
पास तुम हो फिर भी क्यों हैं तेरी जुस्तजू
देखु जभी तुजको मुझे होता है गुमान
मेहरबान हैं मुझपे मेरा वो रेहनुमान
वो रेहनुमान वो रेहनुमान

तुम्हे पाया तो यह लगा
रोशन हुआ ये समां
रंगो में ढलने लगा तू जहाँ
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
किसी राह भी मैं चला
तुमसे ही आके मिला
मेरी सोच का हर सिरा है जुदा
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही
तुमसे ही तुमसे ही तुमसे ही

Written by:
BIMAL KASHYAP, NIKHIL KAMATH

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network

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Bhupendra Singh

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