Sunidhi Chauhan and शरिब सबरी - Tu Zaroori
ऐसा लगा मुझे पहली दफ़ा
तन्हाँ मैं हो गई यारा
हो ऐसा लगा मुझे पहली दफ़ा
तन्हाँ मैं हो गई यारा
हूँ परेशान सी मैं
अब ये कहने के लिए
तू ज़रूरी सा है मुझको
ज़िंदा रहने के लिए
हो तू ज़रूरी (तू ज़रूरी)
सा है मुझको (सा है मुझको)
ज़िंदा रहने के लिए (ज़िंदा रहने के लिए)
ऐसा लगा मुझे पहली दफ़ा
तन्हाँ मैं हो गया यारा
हूँ परेशान सा मैं
अब ये कहने के लिए
तू ज़रूरी सा है मुझको
ज़िंदा रहने के लिए
वो तू ज़रूरी (तू ज़रूरी)
सा है मुझको (सा है मुझको)
ज़िंदा रहने के लिए (ज़िंदा रहने के लिए)
धड़के आँखों में दिल मेरा
जब करीब आऊँ तेरे
देखूँ मैं जब भी आईना
हाँ तू ही रूबरू रहे मेरे
इश्क की मौज में आ
आजा बहने के लिए
तू ज़रूरी सा है मुझको
ज़िंदा रहने के लिए
वो तू ज़रूरी (तू ज़रूरी)
सा है मुझको (सा है मुझको)
ज़िंदा रहने के लिए (ज़िंदा रहने के लिए)
तू ज़रूरी
माँगू ना कोई आसमां
दो सितारों का जहां
बन जा तू मेरा हमसफ़र
ना मुझे चाहिए कोई मकाँ
दिल ही काफ़ी है तेरा
मेरे रहने के लिए
तू ज़रूरी सा है मुझको
ज़िंदा रहने के लिए
वो तू ज़रूरी (तू ज़रूरी)
सा है मुझको (सा है मुझको)
ज़िंदा रहने के लिए (ज़िंदा रहने के लिए)
वो तू ज़रूरी (तू ज़रूरी)
सा है मुझको (सा है मुझको)
ज़िंदा रहने के लिए (ज़िंदा रहने के लिए)
तू ज़रूरी
Written by:
SHARIB SABRI, TOSHI SABRI, SHAKEEL AZMI
Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC
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