Pooja Gaitonde - Yun Na Jao
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
प्यासे अरमानो की बारात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी है
यूँ ना जाओ
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
एक महकती हुई सौगात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ यूँ ना जाओ यूँ ना जाओ
Written by:
ALI GHANI, ZAMIR KAZMI
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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