Mohammed Rafi and Suman Kalyanpur - Mujhe Yeh Phool Na De
मुझे ये फूल न दे तुझको दिलबरी की क़सम
दिलबरी की क़सम
ये कुछ नहीं हैं तेरी ओठो की ताज़गी
ताजगी की क़सम
ताजगी की क़सम
नज़र हसीं है तो जलवे हसीन लगते हैं
मैं कुछ नहीं हूँ मुझे मेरी हुस्नगी की क़सम
मुझे ये फूल न दे
तू एक साज़ है छेड़ा नहीं किसी ने जिसे
तेरे बदन में छुपी नर्म रागिनी की क़सम
रागिनी की क़सम
ये रागिनी तेरे दिल में है मेरे तन में नहीं
परखने वाले मुझे तेरी सादगी की क़सम
सादगी की क़सम
मुझे ये फूल न दे
ग़ज़ल का नाज़ है तू नज़्म का शबाब है तू
ग़ज़ल का नाज़ है तू नज़्म का शबाब है तू
यकीन कर मुझे मेरी ही शायरी की क़सम
शायरी की क़सम
परखने वाले मुझे तेरी सादगी की क़सम
मुझे ये फूल न दे
तुझे दिलबरी की क़सम
Written by:
Madan Mohan, Sahir Ludhianvi
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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