Sulakshana Pandit and Kishore Kumar - Masti Mein Jo Nikli Munh Se
मस्ती मे जो निकली मूह से ऐसी वैसी बात
अरे मस्ती मे जो निकली मूह से ऐसी वैसी बात
उस बात को कभी किसी पर नही खोलना हा
कसम से नही बोलना धरम से नही बोलना
कसम से नही बोलना नही नही नही नही नही
बीती है जो तन्हाई मे तेरे संग ये रात
बीती है जो तन्हाई मे तेरे संग ये रात
इस बात को कभी किसी पर नही खोलना हा
कसम से नही बोलना धरम से नही बोलना
कसम से नही बोलना नही नही नही नही नही
कहना तू ना सबसे मेरा राज़
मुझको जग ना बोले धोखेबाज
आ ए छूना नही छूना नही
छूना अब ना पीके मेरे बाल
ऐसा फिर ना करना मेरा हाल
सुनो जी
बोलो भी
अरे बिनती है
क्या
यही के नही बोलना
जी तू भी नही बोलना
धरम से नही बोलना
नही नही नही नही नही
ला ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला ला)
ला ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला ला)
हे कहा जाती हो
हम्म छोड़ो ना
हम्म हं
हम्म
कहदू चुपके चुपके इतनी बात
आए जल्दी जल्दी ऐसी रात
सजना तू तो ठहरा मेहमान
पड़ गयी मुश्किलों मे मेरी जान
सुनो जी
बोलो भी
अरे वादा है
अरे क्या
किसी से नही बोलूँगा
जी मैं भी नही बोलूँगी
कसम से नही बोलूँगा
धरम से नही बोलूँगी
नही नही नही नही नही
मस्ती मे जो निकली मूह से ऐसी वैसी बात
बीती है जो तन्हाई मे तेरे संग ये रात
इस बात को कभी किसी पर नही खोलुँगा हा
जी मैं भी नही बोलूँगी
कसम से नही बोलूँगा
धरम से नही बोलूँगी
नही नही नही नही नही
अ हा हा
Written by:
Bappi Lahiri, Faruk Kaiser
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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