Talat Mahmood - Bechain Nazar Betab Jigar
बेचैन नज़र बेताब जिगर
बेचैन नज़र बेताब जिगर
ये दिल है किसीका दीवाना हाय दीवाना
कब शाम हो और वो शम्मा जले
कब उड़ कर पहुंचे परवाना हाय परवाना
है दिल का चमन खिलने के लिए
आएगा कोई मिलने के लिए
फूलों से कहो तारों से कहो
फूलों से कहो तारों से कहो
चुपके से सजा दे वीराना हाय वीराना
जब रात ज़रा शबनम से घुले
लहरायी हुयी वो ज़ुल्फ़ खुले
नज़रों से नज़र एक भेद कहे
दिल दिल से कहे एक अफसाना हाय अफ़साना
रंगीन फ़िज़ा छाये तो ज़रा
वादे पे कोई आये तो ज़रा
ए जोश-ए-वफ़ा दिल चीज़ है क्या
ए जोश-ए-वफ़ा दिल चीज़ है क्या
हम जान भी दे दे नज़राना
हाय नज़राना
बेचैन नज़र बेताब जिगर
ये दिल है किसीका दीवाना हाय दीवाना
Written by:
C RAMCHANDRA, JAN NIJAR AKHTAR, CHITALKAR RAMCHANDRA, JAN NISAR AKHTAR
Publisher:
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