Hariharan and Preeti - Teri Yeh Bindiya

आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ

तेरी ये बिंदिया मुझे लगती है ऐसे
कैसे कैसे
फूल पर तितली बैठी हो जैसे
अरे ऐसे कैसे
तेरा ये आँचल लगता है ऐसे
कैसे कैसे
पर्वत पे बादल छाया हो जैसे
अरे ऐसा लगता है कुदरत ने भर दी रूप की गागर जैसे
तेरी ये बिंदिया मुझे लगती है ऐसे
ओय होय ओय होय
हो फूल पर तितली बैठी हो जैसे

बेचैन कर रही हैं मुझको ये तेरी पलके
बेचैन कर रही हैं मुझको ये तेरी पलके
क्या होगा जब तेरी बिखरेंगी ये जुल्फे
बेचैन कर रही हैं मुझको ये तेरी पलके
क्या होगा जब तेरी बिखरेंगी ये जुल्फे
होंठो पे सुर्ख़ियो का रंग छा रहा है
आँखो मे काजल भी इतरा रहा है
ऐसा लगता है छलका हो
कोई प्रीत का सागर जैसे
तेरी ये बिंदिया मुझे लगती है ऐसे

अरे कैसे कैसे
हो फूल पर तितली बैठी हो जैसे

हम्म हां आ आ

मुझे कर ना दे दीवाना नैनो की ये मदीरा
मुझे कर ना दे दीवाना नैनो की ये मदीरा
घिर घिर के धीरे धीरे आए यौवन के बदरा
मुझे कर ना दे दीवाना नैनो की ये मदिरा
घिर घिर के धीरे धीरे आए यौवन के बदरा
तुम जो अगर ना होती दीवानगी ना होती
करती हो जो तुम बातें गिरते हैं मोती
तुम जैसा ना होगा कोई लाखों होंगे मेरे जैसे
तेरी ये बिंदिया मुझे लगती है ऐसे

अरे कैसे कैसे
फूल पर तितली बैठी हो जैसे
कैसे
तेरा ये आँचल मुझे लगता है ऐसे
कैसे कैसे
पर्वत पे बादल छाया हो जैसे
अरे ऐसा लगता है कुदरत ने भर दी रूप की गागर जैसे
तेरी ये बिंदिया मुझे लगती है ऐसे
ल ला ल ला
फूल पर तितली बैठी हो जैसे
ल ला ल ला

हम्म हम्म हम्म हम्म

Written by:
Dev Kohli

Publisher:
Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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Hariharan and Preeti

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