एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी and Radha Viswanathan - Akhiyan Hari Darshan Ki Pyasi

आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी

देखो चाहत कमल नयन को
देखो चाहत कमल नयन को
देखो चाहत कमल नयन को
निसदीन रहत उदासी
निसदीन रहत उदासी
निसदीन रहत उदासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी

केसर तिलक मोतिन की माला
केसर तिलक मोतिन की माला
वृंदावन के वासी
वृंदावन के वासी
वृंदावन के वासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी

काहु के मान की को जानत
काहु के मान की को जानत
लोगन के मन हासी
लोगन के मन हासी
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
आ आ आ आ
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
सूरदास प्रभु
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन
लेहो करवट काशी
लेहो करवट काशी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी

Written by:
SURDAS, P.S.SRINIVAS RAO

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी and Radha Viswanathan

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