Suman Kalyanpur and Mohammed Rafi - Tumse O Haseena
तुमसे ओ हसीना कभी मोहब्बत न मैने करनी थी
तुमसे ओ हसीना कभी मोहब्बत न मैने करनी थी
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
तुमसे ओ दीवाने कभी मोहब्बत न मैने करनी थी
तुमसे ओ दीवाने कभी मोहब्बत न मैने करनी थी
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
आग सुलग गई नस नस में
नींद रही न रहा चैन बस में
तोड़ी जाए ना अब मुझसे
प्यार की ये रस्में कसमें
आ गई बुलबुल कफ़स में
तौबा मेरी तौबा ये अपनी हालत न मैने करनी थी
तौबा मेरी तौबा ये अपनी हालत न मैने करनी थी
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
लोग ये मुझको हैं समझाते
बीत रही थी हँसते गाते
मैने तुम्हें किसलिए छेड़ा
राहों में आते जाते
मुझे सब हैं सताते
तौबा मेरी तौबा के ये शरारत न मैने करनी थी
तौबा मेरी तौबा के ये शरारत न मैने करनी थी
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
शाम सवेरे दिल घबराए
राज़-ए-दिल ना खुल जाए
रात हमारे सपनों में छुप के
रोज़ कोई आए जाए
काहे नेहा लगाए
तौबा मेरी तौबा के ये क़यामत न मैने करनी थी
तौबा मेरी तौबा के ये क़यामत न मैने करनी थी
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया
Written by:
Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
Lyrics powered by Lyric Find