Lata Mangeshkar and Shailendra Singh - Main Bijli Hoon Titli Hoon
आजा
अहम्म
आजा आजा
नही नही नही
मैं बिजली हूँ तितली हूँ हिरनी हूँ
मैं बिजली हूँ तितली हूँ हिरनी हूँ
तेरे हाथ ना आऊँगी
दिन रात सताऊँगी
मैं छुप छुप जाऊँगी
अरे अरे मैं बादल हूँ भवरा हूँ झरना हूँ
मैं बादल हूँ भवरा हूँ झरना हूँ
मैं शोर मचाऊँगा
गा गा के बुलाऊँगा
पीछा ना छोड़ूँगा
अरे अरे मैं बिजली हूँ तितली हूँ हिरनी हूँ
मैं जो पतंग बनू तुम क्या करोगे
मैं जो पतंग बनू तुम क्या करोगे
बादल की पार उड़ू फिर क्या करोगे
बोलो बोलो बोलो बोलो
फिर क्या करोगे
ए हे ओ हो आ हा
धागा बन जाऊँगा
तुझे खींच के लाऊँगा
पीछा ना छोड़ूँगा
अरे अरे मैं बिजली हूँ तितली हूँ हिरनी हूँ
मैं जो गुलाब बनू तुम क्या करोगी
मैं जो गुलाब बनू तुम क्या करोगी
औरो का ख्वाब बनू फिर क्या करोगी
कहो कहो कहो कहो
फिर क्या करोगी
ए हे ओ हो आ हा
काँटा बन जाऊँगी
गैरों से बचाऊँगी
जुड़े में सजाऊँगी
अरे अरे मैं बादल हूँ भवरा हूँ झरना हूँ
उलफत की राह में जो तूफान आए
उलफत की राह में जो तूफान आए
तूफान आके मेरी कश्ती डुबाए
सुनो सुनो सुनो सुनो
फिर क्या करोगे
ए हे ओ हो आ हा
मांझी बन जाऊँगा
पतवार उठाऊँगा
साहिल पे लाऊँगा
मैं साथ निभाऊँगी अब दूर ना जाऊँगी तेरी बन जाऊँगी
तेरी बन जाऊँगी ओ तेरी बन जाऊँगी
Written by:
Hasrat Jaipuri, Kavi Raj Tulsi, Ravidra Jain, Ravindra Jain
Publisher:
Lyrics © Royalty Network
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